गैलरी का उद्घाटन और गले मिलने की सियासी मायने !

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गाजीपुर। विधानसभा के डिजिटल गैलरी के उद्घाटन समारोह में डिप्‍टी सीएम केशव मौर्या ने ओमप्रकाश राजभर को गले लगाकर अति पिछड़ो के राजनीति में एक बड़ा सियासी दांव खेला है। मौर्यवंशी और राजभर समाज मिलकर समाजवादी पार्टी के एमवाई फैक्‍टर का मूंहतोड़ जबाब दे सकते है, जिसको लेकर विपक्षी दलों में काफी सरगर्मी है। ज्ञातव्‍य है कि भाजपा यूपी में हारी हुई 14 लोकसभा सीटों पर विजय प्राप्‍त करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है, इस‍के लिए राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्‍व में सीएम योगी, केंद्रीय मंत्री, प्रदेश अध्‍यक्ष से लगाई जिलाध्‍यक्ष तक लागातार इन लोकसभाओ में बैठक व जनसभा कर भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उधर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने धोबिया पाठ दांव खेलकर शिवपाल यादव को राष्‍ट्रीय महासचिव बनाकर सैफई परिवार में जो एकता का संदेश दिया है जिससे पूरे प्रदेश के समाजवादी कार्यकर्ताओ में जोश भर गया है। इस जोश पर ठंडा पानी फेंकने के लिए राजनैतिक दांव के माहिर डिप्‍टी सीएम केशव मौर्या ने भी ओमप्रकाश राजभर को गलें लगाकर सियासी संदेश दिया है कि मोस्‍ट बैकवर्ड जाति, राजभर, कुशवाहा और बिंद एक पात में आ जाये तो भाजपा के लिए 80 में से 80 सीटों पर जीत का दावा बेहद आसान हो जायेगा, क्‍योंकि यह तीनो बिरादरियो के संख्‍या भाजपा द्वारा हारी गयी 14 लोकसभाओ में एमवाई और दलित फैक्‍टर से दोगुना है। अब तीनो बिरादरियां एक साथ आयेगी या नही आयेगी यह तो आने वाला समय बतायेंगा, लेकिन केशव मौर्या के नेतृत्‍व में भाजपा राजभर, कुशवाहा और बिंद समाज को एक साथ लेने में कामयाब हो जायेगा तो निश्चित ही 2024 के लोकसभा में बीजेपी का दावा 100 प्रतिशत सच हो सकता है।

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