गाजीपुर। जिले के जाने-माने अधिवक्ता रामअधार राय अब नहीं रहे। गुरुवार की सुबह अचानक रात में अत्यधिक रक्तचाप के कारण वह कोमा में चले गये। स्वजन उन्हे अस्पताल ले गये, जहां रात करीब में उनके प्राण पखेरु उड़ गये। वह 90 वर्ष के थे। वह अपने पीछे पत्नी समेत संतानों का भरापूरा परिवार छोड़ गये हैं।
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रोज की तरह सुबह उठने के बाद नियमित दिनचर्या से निवृत्त हुए। वह स्वजनों संग अपने चिरपरिचित खुशमिजाज अंदाज में बात कर रहे थे उसी बीच ब्रेन स्ट्रोक हुआ और वह कोमा में चले गये। छह दशक से अधिक काल तक वकालत किये। अपनी खुशमिजाजी से कचहरी में भी काफी लोकप्रिय थे। जूनियर-सीनियर का वह भेद नही करते थे। जूनियर वकीलों को बराबर प्रोत्साहित उत्साहित करते रहते थे। उनके ज्ञान, स्वभाव से न्यायायिक अधिकारी भी सम्मान देते थे। अपने पेशे के प्रति वह बराबर संजीदे रहते।