गाजीपुर। गरुआ मकसूदपुर में स्थित श्रीराम जानकी मंदिर मठिया पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इसमें बावनो दोनवार महासभा के महासचिव रामप्रवेश राय को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर मुख्य अतिथि राजगुरु मठ काशी के पीठाधीश्वर दंडी स्वामी अनंतानंद सरस्वती जी महाराज ने रामप्रवेश राय से अपनी आध्यात्मिक घनिष्ठता के बारे में लोगों से चर्चा करते हुए कहा कि रामप्रवेश जी का निधन न सिर्फ ब्रह्मर्षि समाज के लिए, बल्कि इस ग्रामसभा और क्षेत्र के सर्वसमाज की अपूरणीय क्षति है, जिसको शीघ्र भरा नहीं जा सकता।
उन्होंने कहा कि रामप्रवेश राय के निधन की सूचना मिलते ही मुझे अत्यंत कलेश हुआ और मैं हतप्रभ रह गया कि ऐसे कैसे वह अचानक इस पार्थिव शरीर को छोड़ जाएंगे। रामप्रवेश समाज की उन्नति के लिए और समाज में अंतिम कतार में खड़े हर व्यक्ति के लिए और उनकी समस्याओं के लिए जीवन-पर्यंत संघर्षरत रहे। अपने संघर्षों के बल पर लोगों की समस्याओं का निराकरण करना उनके जीवन का एक प्रमुख गुण था। दोनवार महासभा के अध्यक्ष पूर्व प्राचार्य डा. द्वारिका प्रसाद राय ने बाबू राम प्रवेश राय को प्रबुद्ध, प्रखर, ओजस्वी एवं राष्ट्रवादी वक्ता के रूप में याद किया। केएन राय, राष्ट्रीय प्रवक्ता अखिल भारतीय त्यागी महिवाल भूमिहार सभा एवं प्रबंध संपादक आजाद पत्र हिंदी दर्पण ने रामप्रवेश राय को बहुमुखी प्रतिभा का धनी व्यक्तित्व के रूप में याद किया।