दिल्ली । पांच राज्यों में चुनाव की घोषणा करते हुए मुख्य चुनाव अधिकारी ने कहा कि कोरोना महामारी जैसी चुनौतियों के बीच हमें यह कार्य भी सम्पन्न कराना है। इसके लिए कोविड़ गाइड़लाइन का पालन करते हुए मतदान कराया जाएगा। उत्तर प्रदेश, गोवा, पंजाब,उत्तराखण्ड व मणिपुर सहित पांच राज्यों में चुनाव की बिगुल बज गयी है। उत्तर प्रदेश में पहले फेज में दस फरवरी को चुनाव होगा।
UP में 10 फ़रवरी से 7 मार्च तक 7 चरणों में चुनाव होगा। उत्तराखंड, पंजाब और गोवा में 14 फ़रवरी को चुनाव होगा। मणिपुर में दो चरणों में 27 फ़रवरी और 3 मार्च को चुनाव
10 मार्च को नतीजे आएंगे ।
Our cVIGIL application should be used by voters to report any incident of violation of the Model Code of Conduct, distribution of money & freebies. Within 100 minutes of complaint, ECI officials will reach the place of offence: CEC Sushil Chandra pic.twitter.com/KbJGitnMaR
— ANI (@ANI) January 8, 2022
आदर्श चुनाव संंहिता तत्काल प्रभाव से सभी पांचों राज्यों में लागू हो गई है। चुनाव आचार संहिता एक प्रकार की नियमावली है जिसका पालन सभी राजनीतिक दलों, प्रत्याशियों और चुनाव से संबंधित क्षेत्र के लोगों को करना होता है. यह भारतीय निर्वाचन आयोग की आदर्श चुनाव आचार संहिता सभी पर चुनाव की घोषणा के साथ ही लागू हो जाती है. यह चुनाव परिणाम आने तक लागू रहती है. इसमें कई पाबंदियां हैं जिनका पालन अनिवार्य होता है. चुनाव आयोग, चुनाव से पहले इसके लागू होने की और चुनाव के बाद इसके समाप्त होने की घोषणा करता है।
चुनाव आचार संहिता, सरकार, राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों तथा जनता को दिए गए निर्देश हैं, जिसका पालन चुनाव के दौरान किया जाना जरूरी है. चुनाव आचार संहिता चुनाव की तिथि की घोष से लागू होता है और यह मतदान के परिणाम आने पर समाप्त हो जाता है. देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए चुनाव आयोग के बनाए गए इन नियमों यानी आचार संहिता का पालन करना सभी राजनैतिक दलों की जिम्मेदारी होती है. साथ ही नियम तोड़ने वालों को लिए सजा का भी प्रावधान है. आचार संहिता के उल्लंघन पर दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है, जो कई तरह की हो सकती है. तो नियम न टूटें या फिर नियम तोड़ने वालों की जानकारी सही विभाग तक पहुंचाई जा सके, इसके लिए आचार संहिता के नियम बनाए गए हैं।