लखनऊ । अधिकारियों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मीटिंग के बाद उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में जिलाधिकारी सख्त नजर आए. जिले के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का फरमान सुनाते हुए चेतावनी दी और स्पष्ट शब्दों में कहा कि अब बैठकों में अधिकारियों को ही आना पड़ेगा। अब वो अपना प्रतिनिधि नहीं भेज सकेंगे।बुधवार को हुई बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी नहीं आए, इस बात पर कलेक्टर अनुराग पटेल ने आपत्ति जताते हुए चेतावनी दी और कहा कि अधिकारियों के मीटिंग में सिर्फ अधिकारी आएंगे कोई बाबू और क्लर्क नहीं आएगा।
उन्होंने कहा, यदि किसी विभाग का अधिकारी इस बात की अवहेलना करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।निलंबन जैसी कार्रवाई भी संभव है।यह प्रदेश के मुख्यमंत्री का आदेश है।जिलाधिकारी ने कहा, सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी कान खोलकर सुन लें, अब लंच सिर्फ आधे घंटे का होगा, कोई भी बाहर नहीं जाएगा, अपना लंच साथ में लाइए और कार्यालय में ही खाइए. यह नहीं कि साहब घर खाना खाने जा रहे हैं और जनता परेशान है।उन्होंने कहा, सभी की उपस्थिति अनिवार्य है, यदि कार्यालय में नहीं मिले तो दंडात्मक कार्रवाई के लिए मुझे बाध्य होना पड़ेगा, फिर चाहे वह किसी भी विभाग का अधिकारी हो।