गाजीपुर। कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव एवं यूपी प्रभारी आदरणीय प्रियंका गाँधी जी का संघर्ष रंग लाया। सीबीएसई ने 12 वी की बोर्ड की परीक्षाएं रद्द की।
प्रियंका जी हमेशा से ही कोरोना काल में फिज़िकल परीक्षा करवाने की विरोधी रही है। उन्होंने हर जगह सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक परीक्षा रद्द करवाने के लिए मुहीम छेडी थी। जिसमें एनएसयूआई ने भी उनका साथ दिया था।
एनएसयूआई इस जीत के लिए आदरणीय प्रियंका गाँधी जी का ह्रदय से धन्यवाद करती है कि उन्होंने देश के छात्रों की पीडा को समझा तथा उनके हक में आवाज़ बुलंद की।
जब पूरा देश कोरोना महामारी के डर से घरों में कैद था उस वक्त एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नीरज कुंदन जी ने कोरोना नियमों का पालन करते हुए पीपीई किट पहनकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय के बाहर छात्रों की आवाज़ बुलंद करने के विरोध प्रदर्शन किया था।
एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष का कहना है कि कोरोना काल में फिज़िकल उपस्थित दर्ज कराकर परीक्षा लेना गलत है और इस बात को यह गूँगी बहरी छात्र विरोधी सरकार भी जानती थी। लेकिन यह लोग जबरन तानाशाही करके छात्रों को मौत के मुंह में धकेल रहे थे।
लेकिन प्रियंका गाँधी जी ने छात्रों की पीढ़ा को समझते हुए सोशल मीडिया पर छात्रों के साथ मिलकर आवाज़ बुलंद करी तथा एमएचआरडी को पत्र के माध्यम से चेतावनी दी जिसके बाद इस तानाशाही सरकार को झुकना पड़ा।
यह जीत तमाम छात्रों एवं कांग्रेस परिवार की है हम हमेशा छात्रों के हक में आवाज़ उठाते रहेंगे तथा छात्रों पर किसी भी प्रकार का जुल्म बर्दाश्त नही करेंगे।
हम उत्तर प्रदेश सरकार से भी यूपी बोर्ड की परीक्षाएं तुरंत रद्द करने की मांग करते है।
एनएसयूआई पहले सुरक्षा बाद में परीक्षा के जरिए प्रदेश सरकार से यह अपील करती है कि कोरोना की तीसरी लहर से पहले सभी छात्रों का वैक्सीनेशन किया जाए ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित रखा जा सकें एवं साथ मे शिक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश का भी विरोध किया इस मौके पर NSUI जिलामहासचिव राजकुमार सरोज जिला सचिव अक्षय लाल भारती व शुभम राय उपस्थित रहे।