गाजीपुर । सेवराईं तहसील क्षेत्र के गोड़सरा गांव में मानक को दरकिनार कर कार्य कराए जाने का एक मामला प्रकाश में आया है। ग्राम पंचायत निधि से हो रहे इंटरलॉकिंग कार्य में बड़े पैमाने पर मानक की अनदेखी की जा रही है।
विकासखंड भदौरा अंतर्गत गोड़सरा गांव में वर्तमान ग्राम प्रधान के द्वारा कई विकास कार्य कराए जा रहे हैं। जिसमें सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं में शुमार दिव्यांग शौचालय एवं इंटरलॉकिंग कार्य भी है। प्राथमिक विद्यालय कैथी पर ग्राम प्रधान द्वारा दिव्यांग शौचालय के नाम पर दोयम दर्जे के इट का प्रयोग करने के लिए रखा गया है जबकि दलित बस्ती में हो रहे इंटरलॉकिंग कार्य में मानक को दरकिनार करते हुए बिना नालियों की सफाई कराए कीचड़ के ऊपर ही सड़क के दोनों तरफ साइड वॉल की जुड़ाई की जा रही है। इसके साथ ही झावा ईट की कुटाई की जा रही है। जबकि ग्रामीणों के आवागमन के लिए प्रमुख मार्ग वाले इस मार्ग पर शासन द्वारा पक्की ईंटों की कुटाई और मानक अनुरूप साइड वाल की जुड़ाई के बाद इंटरलॉकिंग कार्य प्रस्तावित है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान एवं संबंधित अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी धन का जमकर बंदरबांट करते हुए विकास कार्य की लीपापोती की जा रही है।
इस बाबत खंड विकास अधिकारी अरुण कुमार वर्मा ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है किसी भी इंटरलॉकिंग कार्य स्टीमेट के अनुरूप ही कराया जाना है अगर कहीं से कोई शिकायत मिलती है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।