सपाईयों ने दिखाया काला झंडा
चंदौली । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार चंदौली के नौबतपुर वह पहुंचे तो लोगों ने उनका जोरदार नारों से स्वागत किया। इस दौरान 500 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन मेडिकल कालेज का अवलोकन किया। यहां पांच मिनट समय देने के बाद सैयदराजा में जनसभा स्थल के लिए रवाना हुए। अवलोकन करने के बाद दोपहर बाद 3:56 बजे वह मंच पर पहुंचे। यहां मेडिकल कालेज और अन्य योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण करने के साथ ही लाभार्थियों में प्रमाण पत्र बांटा। बोले मुख्यमंत्री : वंदे मातरम से भाषण का शुभारम्भ करते हुए सीएम ने कहा कि जिले को बहुत बड़ी सौगात देने के लिए आया हूं। 800 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने का सौभाग्य मिला है। अच्छा सांसद और विधायक चुनने का लाभ जनता को मिल रहा है। जब जनप्रतिनिधि भ्रष्ट हो जाता है तो अपना काम नहीं करता। 2004 से 2017 तक ऐसे ही लोगों ने सूबे में शासन किया। अपने ठेकेदारों को ठेका देकर उनकी जेब भरी। मोदी सरकार विकास लेकर आई है। मेडिकल कालेज से जिले के लिए यह अत्याधुनिक चिकित्सा के लिए उत्तम केंद्र बनेगा। बीचयू, दिल्ली और लखनऊ जाना नहीं होगा। सिर्फ जिला ही नहीं बिहार के लोग भी इससे लाभान्वित होंगे।
सपाईयों ने दिखाया काला झंडा मुख्यमंत्री के काफिले को गाजीपुर जनपद की तरह यहां भी सपाई काला झंडा दिखाने में सफल रहे। दोनों समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को सैयदराजा पुलिस ने गिरफ्तार कर सैयदराजा थाने में बैठाया है। यहां पर डीएम और एसपी ने दोनों से पूछताछ करके विरोध का कारण जानना चाहा है।
बताते चलें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काफिले को काला झंडा दिखाने में कामयाब रहे दो व्यक्तियों को देखकर पुलिस के हाथपांव फूल गए थे। हालांकि मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और थाने लाकर बैठा दिया। इन दोनों से पूछताछ करने के बाद डीएम संजीव सिंह तथा एसपी अमित कुमार भी थाने गए और दोनों से बातचीत की।
बताया जा रहा है कि पकड़े गए दोनों युवक महेश सोनकर और रणजीत यादव हैं और दोनों अलीनगर थाना इलाके के निवासी हैं। पुलिस यह भी छानबीन कर रही है कि इनका राजनीतिक इतिहास क्या है और किस मकसद से यह हरकत कर रहे थे।
लोगों का कहना है कि यह कहीं ना कहीं पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था में चूक है और पुलिस वाले इस बात का अंदाजा लगाने में असफल रहे कि कहां कहां और कैसे विरोध हो सकता है। समाजवादी पार्टी के एक्टिव नेताओं को हाउस अरेस्ट व थाने में बैठाए रखने के बाद भी विपक्षी दल के लोग काला झंडा दिखाने में कामयाब रहे हैं।