गाजीपुर । दो दिन पूर्व हुए बारिश के बाद जिला मुख्यालय स्टेशन के समीप यात्रीयों, राहगीरों के लिए नगर पालिका द्वारा स्थापित किये गये रैन बसेरा पानी में डूब गया था। इसमें बिछाये गये मैट कम्बल आदि भीग गया था जिस कारण रात्रि के समय आने जाने वाले लोगों को भयंकर ठंड में ठिठुरना पड़ा। इस पर पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष दीपक उपाध्याय की नजर पड़ी और इसे मीडिया सहित सोशल मीडिया पर जोर शोर से उठाया। यही नहीं जिलाधिकारी को भी इस बाबत फोन किया। आज शुक्रवार को नगरपालिका इसको दुरुस्त कर रहने सोने लायक बना दिया।
मालूम हो कि मंगलवार की बारिश के बाद शहर में बनाये गये रैन बसेरा जलमग्न होने से कड़ाके के ठंड़ में रैन बसेरा में रहने वालों को सर्दी सता रही थी। हालत यह था कि इस रैन बसेरा की सुध लेने वाला कोई नहीं पहुंचा। हल्की बारिश होने से मौसम में काफी परिवर्तन हुआ और ठंड अचानक से बढ गया है जिससे आम-जनमानस बेहाल हो उठा है, वही बारिश से बचाव के इंतजाम ठीक ढंग से नहीं होने से बने अस्थाई रैन बसेरा मे पानी घूस गया, जिससे उसमें लगे कंबल और चादर भीगने से नगरपालिका परिषद गाजीपुर की पोल खुल गई और रेलवे स्टेशन स्थित बने रैन बसेरा में सन्नाटा पसरा है, ठंड और गलन से लोग कांपते नजर आ रहे हैं।
रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने व आने-जाने वालों के लिए ठहरने के लिए अस्थायी रैन बसेरा बना है,लेकिन बारिश से बचाव के अपर्याप्त व्यवस्था की वजह से रैन बसेरा मे रखे सभी समान और जमीन गिली होने की वजह से रैन बसेरा का उपयोग आम जनता नहीं उठा पाई। इसे लेकर युवा समाजसेवी व पूर्व छात्र संघ उपाध्यक्ष ने जिलाधिकारी डॉ मंगला प्रसाद सिंह से मांग किया था की जल्द ही बारिश से बचाव के इंतजाम कर आम-जनमानस के लिए बनाये गये रैन बसेरा को सुचारू रूप से चालू करे ताकि आम-जनमानस उसका लाभ ले सकें। आज यह रैनबसेरा पुनः आबाद हो गया जिससे राहगीरों को राहत मिली