कक्षा 10वीं में 99.5 प्रतिशत छात्र-छात्राएं पास हुए हैं जबकि कक्षा 12वीं में 97.88 प्रतिशत छात्र-छात्राएं पास हुए हैं। बता दें कि इस साल, UPMSP या यूपी बोर्ड टॉपर्स की घोषणा नहीं करेगा। इसके अलावा, कोई मेरिट सूची भी जारी नहीं की जाएगी क्योंकि बोर्ड कोविड-19 महामारी के कारण परीक्षा जो आयोजित नहीं कर सका।
गौरतलब है कि इस साल कोरोना महामारी के कारण यूपी बोर्ड की परीक्षा को रद्द करना पड़ा था। 12वीं की परीक्षा जुलाई के दूसरे हफ्ते में आयोजित की जानी थी पर सीबीएसई की 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से लिए गए फैसले के तहत निरस्त होने के बाद यूपी बोर्ड की परीक्षा भी निरस्त कर दी गई। बता दें कि यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए 26 लाख 10 हजार 316 परीक्षार्थी पंजीकृत थे।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के करीब 100 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ था कि कि कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं की परीक्षा को रद्द किया गया है। वहीं 9वीं और 11वीं के छात्र वार्षिक परीक्षाफल के आधार पर अगली कक्षा में भेजे जाएंगे। अगर सालभर कोई परीक्षा या असेसमेंट नहीं हुआ हो तो सामान्य रूप से छात्रों को प्रमोट करने का निर्देश है।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के निदेशक विनय कुमार ने कहा- यूपी बोर्ड की 10वीं की परीक्षा में कुल 29,96,031 परीक्षार्थियों में 29,82,055 परीक्षार्थी पास हुए हैं। इसमें लड़कों का उत्तीर्ण प्रतिशत 99.52 और लड़कियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 99.55 है।