सनातन हिंदू धर्म संस्कृति के मानविंदुओं के रक्षार्थ अपना सर्वस्व आहूत करने वाले दिव्य सत्पुरुष श्रीपंचखण्ड पीठाधीश्वर आचार्य धर्मेंद्र जी के ब्रह्मलीन होने के समाचार से मिल रहा है । आचार्य स्वामी धर्मेंद्र ने सोमवार को जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। उनका एसएमएस के आईसीयू में इलाज चल रहा था। पिछले करीब एक महीने पहले उन्हें एसएमएस हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। वे आंत की बीमारी से ग्रसित थे। इस बाबत आर.एस.एस, स्वामी अवधेशानंद सहित अनेक संत समाज ने शोक व्यक्त किया है।
In the passing of Shri Panchkhand Peethadheeshwar Acharya
— RSS (@RSSorg) September 19, 2022
Shri Dharmendra ji, Hindu society has lost one of its inspiring
spokesmen and a vigilant crusader of Hindu dharma and
culture. We express our deepest condolences to his bereaved
family members, followers and admirers. pic.twitter.com/v4UW2k70nu
सनातन हिंदू धर्म संस्कृति के मानविंदुओं के रक्षार्थ अपना सर्वस्व आहूत करने वाले दिव्य सत्पुरुष श्रीपंचखण्ड पीठाधीश्वर आचार्य धर्मेंद्र जी के ब्रह्मलीन होने के समाचार से स्तब्ध हूँ ।ईश्वर से प्रार्थना है कि उनकी दिव्य चिन्मय सत्ता को सायुज्यता प्रदान करें ! #आचार्य_धर्मेन्द्र pic.twitter.com/ZM2lVTRdsu
— Swami Avdheshanand (@AvdheshanandG) September 19, 2022
आचार्य धर्मेंद्र के निधन पर देशभर के हिंदू संगठन से जुड़े लोगों ने दुख जताया है। आचार्य ने श्रीराम मंदिर आंदोलन में सक्रिय रहकर अपना अहम योगदान दिया था। वे विश्व हिंदू परिषद से लंबे समय तक जुड़े थे, इस दौरान वे काफी चर्चा में रहे थे। कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी। पिछले सप्ताह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया भी उनसे मिलने एसएमएस अस्पताल पहुंचे थे।