सात बार भाजपा से विधायक रहे श्री श्याम देव राय चौधरी ‘दादा’ नहीं रहे।

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वाराणसी के शहर दक्षिणी से लगातार सात बार भाजपा से विधायक रहे श्री श्याम देव राय चौधरी ‘दादा’ का आज मंगलवार की सुबह निधन हो गया। 85 वर्षीय दादा को ब्रेन xx हेमरेज के बाद कई दिनों से रवींद्रपुरी स्थित अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। पिछले दिनों सीएम योगी भी दादा को देखने अस्पताल पहुंचे थे। दादा के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी दुख जताया है। पीएम मोदी ने दादा के साथ अपनी तस्वीर शेयर कर एक्स पर लिखा कि जनसेवा में जीवनपर्यंत समर्पित रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता श्यामदेव राय चौधरी जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। स्नेह भाव से हम सभी उन्हें ‘दादा’ कहते थे। उन्होंने ना केवल संगठन को सींचने और संवारने में अहम योगदान दिया, बल्कि काशी के विकास के लिए भी वे पूरे समर्पण भाव से जुटे रहे। उनका जाना काशी के साथ-साथ पूरे राजनीतिक जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में ईश्वर उनके परिजनों और समर्थकों को संबल प्रदान करे।

सीएम योगी ने भी दादा के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि वरिष्ठ राजनेता एवं पूर्व विधायक श्री श्यामदेव राय चौधरी जी (दादा) का निधन अत्यंत दुःखद और भाजपा परिवार की अपूरणीय क्षति है। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को सद्गति तथा शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।

1989 से 2017 तक लगातार विधायक रहे
श्यामदेव राय चौधरी 1989 से 2012 तक लगातार वाराणसी शहर दक्षिणी से विधायक चुने जाते रहे। दादा ने 1968 में सभासद के तौर पर अपना सियासी सफर शुरू किया था। 1985 में अपने पहले विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन दादा ने इस हार से सबक लिया। इसके बाद 1989 से जीत का सफर शुरू किया तो 2017 तक शहर दक्षिणी की रहनुमाई करते आए। 2017 के चुनाव में भाजपा ने दादा का टिकट काटकर नीलकंठ तिवारी को उतारा था।

विपक्ष भी रहा दादा की सादगी का कायल
भाजपा ही नहीं विपक्षी पार्टियां भी दादा का सम्मान करती थीं। लोग इनकी सादगी के कायल थे। आज के दौर में जब विधायक बनने वाला व्यक्ति लाव-लश्कर और पूरे तामझाम के साथ घूमता है तो वहीं दादा को पैदल, रिक्शा या आटो रिक्शा में घूमते थे।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अक्सर दादा से जुड़ा किस्सा लोगों को सुनाते हैं। अखिलेश यादव की सरकार में बनारस को बिजली कटौती से मुक्त करने की दादा ने मांग की थी। इसे लेकर धरने पर बैठ गए थे। इसकी सूचना जैसे ही अखिलेश को मिली तो उन्होंने दादा की मांग तत्काल मानते हुए उन्हें इस उम्र में धरना नहीं देने की सलाह दी थी।

आज दादा हमारे बीच नहीं रहे।दादा श्यामदेव राय चौधरी जी की तरह न कोई विधायक था और न भविष्य में कोई विधायक होगा।
शत् शत् नमन एवम् विनम्र भाव भीनी श्रद्धांजलि।प्रभु श्री हरि देव तुल्य दादा जी की आत्मा को शांति प्रदान करें और प्रभु श्री हरि उनकी आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और इस बेहद दुख की घड़ी में उनके परिवार और परिजनों को इस असीम दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।

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