भारतीय जन महासभा के अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार ने कहा कि ब्रिटिश भारतीय सेना का लेफ्टिनेंट कर्नल विलियम हट कर्जन वायली अत्याचारी था। हमारे रास्ते का रोड़ा था। मदनलाल ढींगरा ने उसका वध कर बहुत बड़ा काम किया।
सारा लंदन ढींगरा की गोलियों से कांप उठा था। अंग्रेजी साम्राज्य की बुनियादें हिल गई थी। एक पेपर के स्पेशल एडिशन में लिखा था — हिंदुस्तानियों ने अंग्रेजों के विरुद्ध अंग्रेजों की धरती पर युद्ध आरंभ कर दिया है।
कहा कि मदनलाल ढींगरा ने देश हित के लिए सबसे बड़ा बलिदान दे दिया। उनके बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता।
बताया कि क्रांतिकारी मदन लाल ढींगरा सम्मान 2018 से राष्ट्र सेवा में अग्रणी भूमिका निभाने वाले लोगों को प्रदान किया जाता है।
इस वर्ष यह सम्मान जमशेदपुर के श्री प्रसेनजित तिवारी जी को शीघ्र ही एक समारोह में प्रदान किया जाएगा।
जयंती मनाने वालों में प्रमुख रूप से श्री पोद्दार के अलावे जमशेदपुर से नभ्य पोद्दार, *सिंगापुर* से बिदेह नंदिनी चौधरी, रतलाम से मधु परिहार व नरेंद्र पुरोहित, कोलकाता से सुखेन मुखोपाध्याय व मेघा श्री मुखोपाध्याय, दरभंगा से कुमार अनुराग, जयपुर से मोतीलाल शर्मा आदि के नाम सम्मिलित हैं।