“एक गंजेड़ी गांजा पीके चीलम दिया लहकाई”

0
409

नशा के खिलाफ जागरुकता अभियान

मुज़फ्फरपुर । जनपद के कुढ़नी गाँव निवासी इंदु देवी आजकल सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। दरअसल 29 दिसम्बर को मुज़फ़्फ़रपुर में सीएम नीतीश के कार्यक्रम में गीत गाकर चर्चा में आई इंदु देवी आजकल समाज मे नशामुक्ति का संदेश दे रही हैं।इंदु देवी का गीत सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। विशेष बातचीत में इंदु देवी ने नशामुक्त बिहार बनाने को लेकर अपने संघर्ष को बताया है। उन्होंने बताया कि किस तरह वो जब बचपन मे अपने पिता और शादी के बाद ससुर को शराब पीते देखती थी तो वो सोंचती थी कि कैसे इस शराब से मुक्ति पाया जाए। अब जब बिहार में शराब बंदी है तो वो जिले के हर क्षेत्र में जाकर शराब के खिलाफ मुहिम छेड़ रही हैं। बिहार सरकार सूचना एवं जनसंपर्क विभाग में तरफ से नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगो को जागरूक कर रही है ।

सोशल मीडिया से लेकर यूट्यूब तक में इनके गीत खूब सुने जा रहे हैं. गायिका इंदु देवी ने सीएम नीतीश कुमार के मुजफ्फरपुर में समाज सुधार अभियान के दौरान उनके समक्ष यह गीत प्रस्तुत किया था।

इंदु पिछले डेढ़ वर्ष से जीविका से जुड़ी हैं. इससे पहले भी ये गायघाट में सीएम के कार्यक्रम में गीत प्रस्तुत कर चुकी हैं, लेकिन, जितनी प्रसिद्धि उन्हें इस गीत से मिली हैं, पहले कभी नहीं मिली।

इंदु देवी ने कभी गायन का प्रशिक्षण नहीं लिया. लेकिन, सुर की अच्छी समझ रखती हैं। वर्ष 2007 में बिहार सरकार के शिक्षा परियोजना से ये जुड़ी. इसके बाद से गीतों की प्रस्तुति के लिए सरकारी कार्यक्रम में इन्हें बुलाया जाने लगा।

इंदु की स्कूली शिक्षा नहीं हुई है।छह-सात वर्ष पूर्व गांव में साक्षरता अभियान के तहत हिंदी पढ़ना-लिखना सीखा।इंदु देवी निरंकारी सत्संग से भी जुड़ी हैं. वे वहां के कार्यक्रम में भजन गाती हैं. इंदू देवी खुद भी गीत लिखती हैं।

जब वह घर चलाने के लिए घर से निकलीं तो समाज के लोगों ने विरोध किया़ उस दौरान इंदु ने गीत लिखा-”महिला जब घर से निकले, पुरुष लोग शोषण करले, घर में लगाबे ला झगड़िया, खबरिया कहके”. इंदू देवी ने बताया कि चिलम वाला गीत करीब 30 साल पहले एक जगह सुना था, अच्छा लगा तो याद कर ली. अब वह गीत नशामुक्ति अभियान में गा रही हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here