लखनऊ : गाजीपुर के दिलदारनगर विधानसभा से 2007 में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर निर्वाचित रेवतीपुर निवासी पूर्व विधायक पशुपति नाथ राय ने अपने समर्थकों के साथ उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय की उपस्थिति में आज सदस्यता ग्रहण की। पशुपति नाथ राय इससे पहले भाजपा में थे। लेकिन 2017 एवं 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा मोहम्मदाबाद विधानसभा से टिकट न दिए जाने के कारण लम्बे समय से नाराज़ चल रहे थे और पार्टी के लगभग सभी कार्यक्रमों से दूरी बना लिए थे।

पशुपति नाथ राय की राजनैतिक पृष्ठभूमि गाजीपुर में काफी मजबूत मानी जाती है। इनके भाई एवं भाजपा के दिग्गज नेता सच्चिदानंद राय पूर्व में दिलदारनगर विधानसभा से भाजपा के टिकट पर चार बार चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन मामूली अंतर से हर बार हार का सामना करना पड़ा। पशुपति नाथ राय ने 2007 में सपा के दिग्गज नेता, तत्कालीन मंत्री एवं अपने क्षेत्र में अजेय माने जाने वाले ओमप्रकाश सिंह को भारी मतों से पटखनी दी थी। 2012 के विधानसभा चुनाव में दिलदारनगर विधानसभा समाप्त कर दी गई। जिसके बाद श्री राय 2012 में मोहम्मदाबाद विधानसभा से बसपा के ही टिकट पर लड़ने के लिए तैयारी कर रहे थे लेकिन ऐन मौके पर पार्टी ने उन्हीं के गांव के विनोद राय को टिकट दे दिया।
वैसे उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का कोई अस्तित्व तो नहीं था लेकिन अजय राय के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से पार्टी का जनाधार बहुत तेजी से बढ़ने लगा है।