कथावाचिका रागिनी मिश्रा प्राथमिक विद्यालय में हैं शिक्षिका।
प्रेम शंकर मिश्र की रिपोर्ट
मऊ। जनपद की मशहूर कथावाचिका / प्राथमिक विद्यालय में अध्यापिका रागिनी मिश्रा ने जनपद के ही कुछ यूट्यूबर व तथाकथित पत्रकारों पर मानसिक शोषण, आत्महत्या के लिए उसकाने और धन उगाही का आरोप लगाते हुए आज सोमवार को मुकदमा दर्ज कराया है। मालूम हो कि कथावाचिका लगभग एक पखवाड़ा पूर्व सम्बंधित थाना में उक्त विषय को लेकर तहरीर दिया था, कोई कार्यवाही न होने पर चार दिन पूर्व पुलिस अधीक्षक से मिलकर मामले से अवगत कराया था, जिसके आलोक में आज सुबह छ: लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत हुआ है।
मालूम हो कि डा० रागिनी मिश्रा प्राथमिक विद्यालय में अध्यापिका हैं। विद्यालय के बाद समय मिलने पर कथा वाचन करतीं हैं। कथावाचिका रागिनी मिश्रा बचपन से ही रामभक्त रहीं हैं, इनके नाना जी विगत कई वर्षों से अन्न त्याग कर चुके हैं। तथाकथित पत्रकारों का इतना खौफ है कि डा० रागिनी मिश्रा को मुकदमा पंजीकृत कराने में एक सप्ताह से अधिक समय लग गया। इनका आरोप है कि तथाकथित पत्रकारों द्वारा हर माह दस हजार ₹ की मांग की जा रही है तथा न देने पर सोशल मीडिया पर तरह तरह का लाछन लगाया जा रहा है। फोन पर धमकी भी दी जा रही है। उक्त प्रकरण में जिले के एक पूर्व सांसद का नाम भी लिया जा रहा था जिन्होंने बाद में ‘छिछालेदर’ से बचने के लिए अपने को पीछे कर लिया।


मामला जब पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में आया तो तत्काल मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। इस संदर्भ में पुलिस अधीक्षक ने जांचोपरान्त विधिक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।