भीम जन्मभूमि महू डॉ. आम्बेडकर स्मारक के सामने डोम नही लगाने तथा विवादित स्मारक समिती की मनमानियों व भ्रष्टाचार के खिलाफ ज्ञापन देगें आम्बेडकर अनुयायी
इंदौर। भीम जन्मभूमि बचाओं आंदोलन मप्र के तहत विभिन्न समाजों के आम्बेडकरवादी संगठनों ने संविधान निर्माता भीमराव आम्बेडकर जी की जन्मस्थली का मेनेजमेंट देखने वाली डॉ बाबा साहेब आम्बेडकर मेमोरियल सोसायटी के पदाधिकारियों के आचरण व भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैं। साथ ही स्मारक के सामने लगने वाले डोम व मंच से श्रृद्धालुओं को होने वाली परेशानीयों को देखते हुए स्मारक के सामने डोम नही लगाने की मांग को लेकर सैकडों आम्बेडकर अनुयायी एकत्रित हुए व कलेक्टर महोदय इंदोर के माध्यम से एक ज्ञापन पत्र सरकार को प्रेषित किया।
इंदोर। भीम जन्मभूमि बचाओं आंदोलन के संतोष कल्याणे, शुभम रायपुरे, मोहनराव वाकोडे ने अपनी संयुक्त प्रेस विज्ञाप्ति में बताया की भीम जन्मभूमि बचाओ आंदोलन की टीम के विभिन्न सामजिक संगठनों के पदाधिकारियों ने एकत्रित होकर इंदोर कलेक्टर महोदय को 5 सुत्रिय मांग पत्र भेजा हैं। भीम जन्मभूमि बचाओं आंदोलन के प्रदेश संयोजक मुकुल लक्ष्मण वाघ ने चर्चा में बताया की 14 अप्रेल आम्बेडकर जयंती पर सरकार द्वारा डॉ आम्बेडकर जन्मस्थली महू मे भव्य आयोजन कर आम्बेडकर अनुयायियों की मेहमाननवाजी की जाती हैं ताकी देशभर से आने वाले आम्बेडकर अनुयायियों में मप्र सरकार के प्रति अच्छा संदेश जाये, परंतु भीम जन्मभूमि स्मारक पर कार्यरत विवादित समिती के कुछ पदाधिकारियों द्वारा स्मारक पर आने वाले श्रृद्वालुओं के साथ अभद्रतापूर्ण व्यवहार कर शासन-प्रशासन के नाम पर धमकाया जाता हैं। हाल ही में भीम जन्मभूमि पर आये संविधान निर्माता डॉ.बी.आर.आम्बेडकर के पौत्र तथा प्रपौत्र (परिवारजनों) के साथ भी स्मारक समिती के पदाधिकारियों का व्यवहार निंदनिय था,साथ ही बाबा साहब द्वारा स्थापित समता सैनिक दल के पदाधिकारियों के साथ स्मारक परिसर पर हुज्जत कर अपमानित करने का कृत्य किया गया हैं, जिससे सम्पूर्ण भारत में इस समिती व इसके अशिष्ट तथा भ्रष्ट सदस्यों के प्रति रोष हैं। समिती के उत्तमराव प्रधान ने कहा की इस पांच सुत्रिय मांग पत्र के माध्यम से हम शासन-प्रषासन तक आम्बेडकर समुदाय की बात पहुचाना चाहते हैं ताकी स्मारक पर आम्बेडकर जयंती के दौरान ला एण्ड आर्डर के बिगडने की स्थिती न बने तथा यह आयोजन सरकार की मंशा अनुसार पूर्ववत हर्षउल्लास से संपन्न हो।
इस दौरान संगठन के मार्गदर्शक उत्तमराव प्रधान, संजय सोलंकी, मोहनराव वाकोड, हेमंत हेरोडे,पीसी रायपुरे,संतोष कल्याणे,गबूर चौहान, धम्मू पातडकर गौतम वाघ उत्सव खटिक आदि ने अपने विचार व्यक्त कर मौजूदा स्मारक समिती की मनमानियों के खिलाफ रोष व्यक्त किया।
प्रदर्शन में सैकडो की संख्या में महिला पुरुष निले झण्डे व हाथो मे तख्तियां लिये शामिल थे सभी की एक स्वर में मांग थी की भीम जन्मभूमि स्माारक के सामने किसी प्रकार का डोम न लगाया जाए तथा सरकारी आयोजन होने पर भी चंदाखोरी कर रही विवादित समिती के अशिष्ट पदाधिकारी राजेश वानखेडे, राजू आंबोरे, अरुण इंगले, सुनिल खंडेराव, प्रकाश निकडे व इनके द्वारा नियुक्त कर्मचारियों को 14 अप्रेल आम्बेडकर जयंती के निमित्त आयोजित समस्त शासकीय कार्यक्रमों व इस सबंध में आयोजित बैठको से तथा जन्मभूमि पर 13 अप्रेल की रात्री बाबा साहब आम्बेडकर द्वारा स्थापित समता सैनिक दल द्वारा दी जाने वाली सलामी कार्यक्रम के समय स्मारक परिसर से दूर रखे अन्यथा स्मारक परिसर पर विवाद की स्थिती बन सकती हैं। भवदीय