गाजीपुर। सरकार गरीबों की हितैषी होने का ढिढोरा पिट रही है इधर सरकारी स्कूलों में बच्चों को प्राइवेट पब्लिशर्स से पुस्तकें खरीदने को बाध्य कर रही है। प्रदेश सरकार के अधिकांश हाईस्कूल में पढ़ाई करने वाले बच्चे गरीब तबके से आते हैं। जिन्हें पूर्व में सस्ते दरों पर सरकार किताबें उपलब्ध करातीं थीं। जबकि वर्तमान में सरकार प्राइवेट पब्लिशिंग से खृइदने को विवश कर रहीं है जो कि पूर्णत गलत और जनविरोधी है। इस सन्दर्भ मे कांग्रेस विचार विभाग के प्रदेश सचिव व इंटक के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ॰ राजेश शर्मा ने कक्षा9से12तककेविद्यार्थियोंकोरायल्टीपैडबुक (उत्तर प्रदेश राज्य हेतु) उपलब्ध कराने की मांग की है। इन्होंने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार से विनम्र आग्रह किया है कि सत्र 2023-24 के लिए #यूपी_बोर्ड के एनसीईआरटी की बुक जो सरकार के माध्यम से जो प्राप्त कराई जाती थी “रॉयल्टी पैड बुक” (उत्तर प्रदेश राज्य हेतु) वह पूरे उत्तर प्रदेश में अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है । प्राइवेट प्रकाशन के किताब उत्तर प्रदेश में उपलब्ध है जो बहुत ही अधिक दामों पर दिया जा रहा है । जिससे गरीब से गरीब, किसान,मजदूर तबके के बच्चों के बीच में इतनी महंगी किताबें नहीं पहुंच रही है ।ऐसी स्थिति बनी है कि बच्चे पढ़ाई से दूर होते जा रहे हैं,जो किताब उचित मूल्य पर मिलता था उसे पुनः प्रकाशित कराने आदेश पारित करें जिससे सभी छात्र /छात्राओं के बीच में आपके माध्यम के द्वारा प्रकाशित किताबें पहुंच पाए और उससे विद्यार्थी लाभ उठाएं ।