गुरुग्राम। दिग्गज समाजवादी नेता शरद यादव का गुरुवार की शाम दिल्ली में निधन हो गया. गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. वे 75 साल के थे. उनके निधन की जानकारी उनकी बेटी सुभाषिनी यादव ने ट्वीट कर दी. जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव के निधन पर बिहार में शोक की लहर है. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने वीडियो संदेश जारी किया जिसमें वो भावुक दिखे। कांग्रेस पार्टी, राहुल गांधी, बिहार के मुख्यमंत्री नितिश कुमार, राजद मुखिया तेजस्वी यादव,तेज प्रताप यादव,भाजपा के सुशील मोदी सहित दिग्गज नेताओं ने शरद यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
पापा नहीं रहे 😭
— Subhashini Sharad Yadav (@Subhashini_12b) January 12, 2023
छात्र जीवन से ही सियासत को लेकर उनकी खास रुचि रही. मध्य प्रदेश के जबलपुर इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने वाले शरद यादव ने डॉ. राममनोहर लोहिया के विचारों से प्रभावित होकर कई आंदोलन में बढ़-चढ़कर भागीदारी की. जेपी आंदोलन से भी उनका जुड़ाव रहा. वर्ष 1974 में वे लोकसभा के लिए चुने गए. मध्य प्रदेश के जबलपुर से दो बार सांसद चुने गए शरद ने संसद में चार बार बिहार की मधेपुरा सीट का भी प्रतिनिधित्व किया. यूपी के बदायूं से भी वे एक बार लोकसभा के लिए चुने जा चुके हैं. उच्च सदन यानी राज्यसभा के भी वे तीन बार सदस्य रहे. लोकदल, जनता दल, जनता दल यूनाइटेड जैसी पार्टियों से वे संबंद्ध रहे. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के संयोजक की जिम्मेदारी भी वे संभाल चुके हैं. शरद यादव को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का राजनीतिक गुरु माना जाता है, हालांकि आखिर के दौर में इन दोनों नेताओं के रिश्तों में कुछ तल्खी आ गई थी. वर्ष 2018 में अपनी पार्टी लोकतांत्रित जनता दल बनाई लेकिन दो साल बाद इसका लालू यादव के राष्ट्रीय जनता दल में विलय कर लिया.
शरद यादव मेरे राजनीतिक अभिभावक थे।मुझे उप मुख्यमंत्री बनवाने में उनकी बड़ी भूमिका थी ।बिहार उनके योगदान को कभी नहीं भूलेगा।@ZeeBiharNews @aajtak @ABPNews @News18Bihar @ANI
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) January 12, 2023
आरजेडी सुप्रीमो ने ट्वीट कर लिखा- “अभी सिंगापुर में रात्रि में के समय शरद भाई के जाने का दुखद समाचार मिला. बहुत बेबस महसूस कर रहा हूं. आने से पहले मुलाकात हुई थी और कितना कुछ हमने सोचा था समाजवादी व सामाजिक न्याय की धारा के संदर्भ में. शरद भाई…ऐसे अलविदा नहीं कहना था. भावपूर्ण श्रद्धांजलि
अभी सिंगापुर में रात्रि में के समय शरद भाई के जाने का दुखद समाचार मिला। बहुत बेबस महसूस कर रहा हूँ। आने से पहले मुलाक़ात हुई थी और कितना कुछ हमने सोचा था समाजवादी व सामाजिक न्याय की धारा के संदर्भ में।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) January 12, 2023
शरद भाई…ऐसे अलविदा नही कहना था। भावपूर्ण श्रद्धांजलि! pic.twitter.com/t17VHO24Rg
लालू यादव ने कहा कि बड़े भाई शरद यादव की मृत्यु की खबर सुनकर मैं काफी विचलित हुआ हूं. काफी दुखी हूं. शरद यादव, मुलायम सिंह यादव और नीतीश कुमार समेत और कई सारे नेता डॉक्टर राम मनोहर लोहिया, कर्पूरी ठाकुर के साथ मिलकर राजनीति की. आज अचानक यह खबर मिली तो दुख हुआ. मैं तो सिंगापुर में हूं. इलाज के क्रम में ही इस समय खबर मिली की शरद यादव का निधन हो गया।
लालू ने अपने वीडियो संदेश में शरद यादव की तारीफ की।लालू ने कहा कि शरद यादव महान समाजवादी नेता थे। कभी-कभी वो और शरद यादव लड़ भी जाते थे. बोलने के मामले में, भाषण देने के मामले में या विचारों को रखने के मामले में, लेकिन लड़ाई की कोई दूसरी बात नहीं रहती थी। लाखों लाख मित्रों को छोड़कर हमलोगों के बीच से वो चले गये।”मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति दें.”