गाजीपुर : सरकार द्वारा सभी नागरिकों के उज्ज्वल भविष्य के लिए चलाये जा रहे योजनाओं के क्रम में कारागार बंदियों को समाज के मुख्य धारा में जोड़ने के उद्देश्य से अलग-अलग विषय में रोजगारपरक कौशल प्रशिक्षण दिया जा रहा है |
इसी क्रम में उ०प्र०कौशल विकास मिशन योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण प्रदाता राष्ट्रीय साक्षरता मिशन आईटी एजुकेशन द्वारा आज जनपद गाजीपुर के जिला कारागार के बंदियों को सहायक योग प्रशिक्षक जॉब रोल में पंजीकृत अभ्यर्थियों को आर०के० वर्मा, जेलर तथा जिला कार्यक्रम प्रबन्धन इकाई के एम०आई०एस० प्रबन्धक विद्या निधि पाण्डेय की उपस्थिति में आई-कार्ड तथा पाठ्य सामग्री का वितरण किया गया |
कारागार बंदियों को उक्त योजना के लाभ के बारे में बताते हुए उन्हें योजना से जुड़ने के लिए जिला कारागार के जेलर सहित सभी अधिकारी बंदियों से योजना में प्रतिभाग लेने के लिए प्रेरित किया जिससे की इस प्रकार की सरकारी योजनाओं को सफल बनाया जा सके | अपने वक्तव्य में डिप्टी जेलर रविन्द्र यादव ने योग तथा मानव जीवन में योग की महत्ता पर प्रकाश डाला | योजना का मुख्य उद्देश्य बंदियों को मानसिक अवसाद से मुक्त कर शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाना है | ताकि भविष्य में जेल से रिहा होने के उपरांत योग के माध्यम से शारीरिक व मानसिक रूप से स्वास्थ्य रहते हुए समाज के अन्य लोगों को योग विद्या से अवगत करा सके |
इस अवसर पर एम०आई०एस० प्रबन्धक विद्या निधि पाण्डेय ने कौशल प्रशिक्षण तथा मूल्याङ्कन के उपरांत मिलने वाले प्रमाण पत्र के महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी | प्रशिक्षण प्रदाता संस्था के अधिकारी ने बताया कि रविवार के अतिरिक्त सप्ताह के सभी छः दिन इच्छुक बंदियों को योगाभ्यास कराया जायेगा जिससे कि अधिक से अधिक बंदी योग का लाभ ले सकें |
इस अवसर पर समस्त जिला जेल प्रशासनिक अधिकारियों के अतिरिक्त जिला कार्यक्रम प्रबन्धन इकाई के एम०आई०एस० प्रबन्धक विद्या निधि पाण्डेय सहित प्रशिक्षण प्रदाता संस्था राष्ट्रीय साक्षरता मिशन आईटी एजुकेशन के सञ्चालन प्रबन्धक सुरेन्द्र सिंह, भरत कुशवाहा, रोहित जयसवाल एवं योगाचार्य डॉ० बालेश्वर प्रसाद गुप्ता आदि उपस्थित थे |