आज गाजीपुर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (सबद्ध – उतर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ) के अध्यक्ष शाश्वत सिंह ने बताया कि स्थानीय जनपद गाजीपुर स्थिति स्वामी सहजानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय के जी०डी०सी०ए० मैदान पर 03 नए टर्फ पिच का निर्माण कर खिलाड़ियों के लिए समर्पित किया गया ।
उन्होंने बताया कि तीनों ही टर्फ पिच भिन्न-भिन्न प्रकार की हैं | उनकी संस्था टर्फ पिच के निर्माण के उपरांत अब आउट फिल्ड पर कार्य करेगी | इन तीनों ही पिच को तैयार करने में लगभग 6 महीने का समय लगा | इन छः माह में क्यूरेटर संजय यादव तथा कोच रंजन सिंह, कोच शहंशाह ख़ान ने अथक परिश्रम किया | पिच के उद्घाटन से पूर्व सी०पी०सी० अध्यक्ष तथा जी०डी०सी०ए० सदस्य वैभव सिंह पूजा-पाठ किया।
उद्घाटन के अवसर पर उन्होंने बताया कि इन पिचों का लाभ न केवल अकादमी से जुड़े बच्चों को मिलेगा अपितु जनपद के सभी क्रिकेट खिलाड़ी इन पिचों पर अभ्यास कर सकेंगे | पिच के क्यूरेटर संजय यादव ने बताया कि पिच निर्माण के कार्य में समय अवश्य अधिक लगा है किन्तु यह सभी पिच इतने ठोस व उछालयुक्त हैं कि इस पर लगातार मैच खेले जा सकेंगे | रंजन सिंह ने बताया कि जनपद में उच्च स्तर का यह पहला पिच है। उद्घाटन के उपरांत इस पिच पर पहला मैत्री मैच सी०पी०सी० तथा महावीर अकादमी के बीच खेला गया |
इस अवसर पर गाजीपुर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के मुख्य संरक्षक तथा उतर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अपैक्स कौंसिल सदस्य संजीव कुमार सिंह ने बताया कि इन टर्फ पिचों के निर्माण के लिए जी०डी०सी०ए० की टीम के सभी सदस्यों ने समर्पित भाव से अपना पूर्ण योगदान दिया है | इन सभी पिचों के निर्माण में 80 ट्राली काली मिट्टी तथा लाल बालू का प्रयोग किया गया है |
उन्होंने स्थानीय प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया जिनके सहयोग से पिच बनाने के लिए काली मिट्टी उपलब्ध हो पाई है | उन्होंने बताया कि पिच के निर्माण हो जाने से पूर्वांचल के क्रिकेट खिलाडियों को निकट भविष्य बहुत ही अधिक फायदा मिलने वाला है | हाल ही सम्पन्न हुए यूपी टी20 शृंखला भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला जी की देन है जिसके कारण राज्य को नयी उपलब्धि हासिल हुयी है | उन्होंने बताया कि यूपी टी20 शृंखला की विजेता टीम काशी रुद्रा में गाजीपुर मंडल के दो खिलाड़ी भी शामिल थे |
उन्होंने पूर्वांचल के समस्त क्रिकेट खिलाड़ियों से अपील करते हुए कहा कि सभी खिलाड़ी पूर्ण समर्पण भाव से अपना खेल खेले यदि उनमें प्रतिभा होगी तो उन्हें आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकेगा |