( प्रदीप उपाध्याय)
जहां पेड़ न रुख वहां रेड़ प्रधान! देहात की यह कहावत इन दिनों बनारस में देखने को मिल रहा है। मुम्बई में शिवसेना के संजय राउत और कंगना रणावत के बीच चल रहे ट्विटर युद्ध में बनारस का नाम भी जुड़ गया है। एक वकील साहब के नाम से एक पोस्टर बनाया गया है जिसमें प्रधानमंत्री को कृष्ण के रुप में जबकि कंगना रणावत को द्रौपदी के रुप में दर्शाया गया है। वकील श्रीपति मिश्र अपने वकालत की गरिमा तो गिरा ही दिये हैं वहीं प्रधानमंत्री की गरिमा का भी ध्यान नहीं रख्खा है जिसकी चर्चा चटखारे ले कर की जा रही है। शिवसेना और कंगना के बीच इस वाक युद्ध में न ही भाजपा और नहीं प्रधानमंत्री सीधा हस्तक्षेप कर रहे हैं भले दोनों तरफ के समर्थक एक दुसरे को लताड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। इधर बनारसी वकील द्वारा जारी पोस्टर खूब वायरल हो रहा है।
गौरतलब हो कि सुशांत सिंह आत्महत्या को लेकर चल रहे मीडिया ट्रायल के बीच कंगना रानौत बॉलीवुड में नेपोजिज्म को लेकर सोशल मीडिया पर सक्रिय हुई। मामला को ट्विटर पर इस कदर बढ़ाया गया कि रिया चक्रवर्ती को एनडीपीएस एक्ट में जेल जाना पड़ा । कंगना सहित इनके फालोवर महाराष्ट्र सरकार के कार्यप्रणाली पर शक जताते हुए सक्रिय हुए । मामला तब और तूल पकड लिया जब कंगना के आफिस पर बुलडोजर चला ।
महानगर की तू-तू,मै-मै गाँव गिरांव तक पहुंच गया है जिससे बनारस भी अछुता नहीं है। चूंकि बनारस प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र है इस नाते वकील साहब के इस पोस्टर पर पक्ष विपक्ष में खूब प्रतिक्रिया मिल रही है। पोस्टर में मोदी जी को यदुकुल श्रेष्ठ श्री कृष्ण के रुप में दर्शाकर कंगना को इस विपत्ति से निकालते हुए दिखाया गया है।
#DeathOfDemocracy pic.twitter.com/pbLleNulYa
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 9, 2020