पूर्वांचल के खिलाड़ियों का बढ़ेगा मान
पूर्वाचल में गोरखपुर विश्वविद्यालय को खेल का हब बनाने का रास्ता साफ हो गया है। खेलो इंड़िया मिशन के तहत प्रस्ताव बनाकर केन्द्र सरकार को भेज दिया गया है अब गेंद केन्द्र सरकार के पाले में है।
विश्वविद्यालय परिसर के अंदर सिंथेटिक एथलीट ट्रैक, स्वीमिंग पुल, हॉकी का एस्ट्रोटर्फ मैदान और अन्य खेलों के लिए बहुउद्देशीय भवन के निर्माण के लिए 32.7 करोड़ के प्रस्ताव को राज्य सरकार ने खेलो इंडिया प्रोजेक्ट के तहत स्वीकृति देते हुए खेल मंत्रालय भारत सरकार को भेज दिया है। कुलपति के निर्देश पर विश्वविद्यालय में 22 एकड़ जमीन पर इन योजनाओं का प्रस्ताव क्रीड़ा परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर अजय कुमार शुक्ला ने तैयार किया है। इसमें खेल विशेषज्ञों की भी मदद ली गई है। इस प्रस्ताव को कुलपति ने राज्य सरकार के पास भेजा था, जिसे अब स्वीकृति दे दी गई है। इसे लेकर लखनऊ में प्रमुख सचिव कल्पना अवस्थी की अध्यक्षता में खेल विशेषज्ञों की बैठक हुई थी, जिसमें गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रस्ताव पर चर्चा की गई। इस विश्वविद्यालय को खेल केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए इसे अनिवार्य बताया गया। जिसके बाद अब प्रस्ताव को स्वीकृति देते हुए खेल मंत्रालय भारत सरकार को भेजा गया है। विश्वविद्यालय में इन खेलों के शुरू होने से श्रेत्रीय खिलाड़ियों को फायदा होगा। विश्वविद्यालय में खेल को बढ़ावा देेने के मकसद से चार खेलों के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। यहाँ राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय खेलों का आयोजन होगा। राज्य सरकार की ओर से खेलो इंडिया के तहत खेल मंत्रालय, भारत सरकार को इसे भेजा गया है। पूरी उम्मीद है कि खेल मंत्रालय से बजट मिल जाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन इस प्रोजेक्ट को लेकर खासा उत्साहित है।