गाजीपुर। रेवतीपुर थाना क्षेत्र के भिटकुआं गाँव निवासी एवं सेना में नायक के पद पर कश्मीर के सतवारी में तैनात दीपक कुमार सिंह यादव 31 वर्ष का पार्थिव शरीर सड़क मार्ग से एंम्बुलेंस के जरिए उनके यूनिट के नायब सूबेदार गामा सिंह यादव एवं लांसनायक प्रमोद सिंह तिरंगे में लिपटा सैनिक का पार्थिव लेकर उनके पैतृक गांव पहुंचते ही वहाँ का माहौल गमगीन हो गया।गाँव में एक तरफ जहाँ मातम पसरने के साथ ही गलियां सन्नाटे में तब्दील हो गई,जबकि परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल था।सैनिक के पार्थिव शरीर पहुंचने की जानकारी मिलते ही स्थानीय थाने की पुलिस,क्षेत्रीय एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित अन्य श्रद्धांजलि देने वाले लोगों का तातां लग गया।मृत सैनिक को 39 जीटीसी के सूबेदार डीपी थापा ने सेंट्रल कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल योगेन्द्र दिमारी ( ए वी एस एम ,वी एस एम )के तरफ से पुष्प चक्र अर्पित कर अन्तिम सलामी दी।सैनिक का अन्तिम दाहसंस्कार जमानियां स्थित श्मशान घाट पर किया गया मुखाग्नि उनके वयोवृद्ध पिता पूर्व सैनिक उदयनारायण सिंह यादव के द्वारा मुखाग्नि देते ही पूरा माहौल शोकाकुल होने के साथ ही वहाँ मौजूद भारी में मौजूद लोगों की आखें नम हो गई।
मृत सैनिक के यूनिट से आए नायब सूबेदार गामा सिंह यादव ने बताया कि दीपक वर्ष 2009 में भर्ती हुए थे।जो काफी मिलनसार स्वभाव के थे।पिछले करीब दो हफ्ते पूर्व से उनका तबियत खराब होने से उनका इलाज सैन्य अस्पताल में चल रहा था।मगर बीते 15 नवंबर को इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।जिसकी सूचना उनके परिजनो को तत्काल प्रभाव से दे दिया गया था।उधर परिजनों के मुताबिक सैनिक दीपक की पत्नी ज्योति,उनके पुत्री देविका यादव एवं पुत्र प्रांजल यादव सहित अन्य परिजनो का रो-रोकर हाल बुरा था।जबकि उनकी माता संतरा देवी एवं पिता उदयनारायण सिंह यादव बेसुध पड़े हुए थे।परिजनों ने बताया कि दीपक पिछले तीन अक्टूबर को छुट्टी काटकर वापस अपने यूनिट में जाते वक्त जनवरी में आने की बात कही थी।मृत सैनिक दीपक अपने तीन भाईयों में सबसे बड़े थे।